Sitemap क्या है | साईटमैप के प्रकार और ब्लॉग के लिए साईटमैप कैसे बनायें

दोस्तों क्या आप जानते है साईटमैप क्या है (Sitemap Kya Hota Hai) और यह Blog के लिए जरुरी क्यों होता है. अगर आपको साईटमैप के विषय में जानकारी नहीं है तो आप एकदम सही लेख पर आये हैं, क्योंकि इस आर्टिकल के माध्यम से मैंने आपको Sitemap के बारे में पूरी जानकारी बहुत ही आसान शब्दों में बताई है.

वैसे तो ब्लॉग की Proper Indexing के लिए साईटमैप हर एक ब्लॉग के लिए जरुरी होता है लेकिन एक सिंगल पेज वेबसाइट के लिए साईटमैप बनाना जरुरी नहीं होता है. लेकिन अगर आप ब्लॉग लिखते हैं और आपकी वेबसाइट बहुत बड़ी है, मतलब कि अनेक सारे वेबपेज आपकी वेबसाइट में मौजूद हैं तो साईटमैप बनाना और इसके बारे में जानना आपके लिए बहुत जरुरी है.

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इस आर्टिकल में मैंने आपको साईटमैप क्या है, SEO में साईटमैप क्यों जरुरी है, साईटमैप के प्रकार, साईटमैप कैसे बनायें तथा साईटमैप से जुड़ी तमाम सारी जानकारी दी है. यह सब जानने के लिए आपको लेख को अंत तक पढना होगा.

तो चलिए दोस्तों आपका अधिक समय न लेते हुए शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं साईटमैप क्या होता है विस्तार से.

साईटमैप क्या है (What is Sitemap in Hindi)

Sitemap दो शब्दों से मिलकर बना है Site और Map. जिसमें कि Site का मतलब वेबसाइट से है और Map का मतलब नक्शा होता है. इस प्रकार से Sitemap का शाब्दिक अर्थ वेबसाइट का नक्शा होता है. 

साईटमैप किसी भी ब्लॉग या वेबसाइट का एक Structure होता है जो सर्च इंजन रोबोट्स और यूजर के लिए वेबसाइट की एक आसान संरचना बना देता है. जिससे सर्च इंजन बोट्स को वेबसाइट के सभी पेज और पोस्ट को क्रॉल करने में आसानी होती है, और यूजर को ब्लॉग में कोई इनफार्मेशन Find करने में आसानी होती है.

साईटमैप क्यों जरुरी होता है (Why Sitemap is Important)

अभी तक आप थोडा बहुत साईटमैप के बारे में समझ गए होंगे. SEO में साईटमैप की Importance समझने के लिए हम एक उदाहरण के द्वारा समझते हैं.

माना हमें एक अंजान शहर के बारे में जानकारी प्राप्त करने जाना है, और हमारे पास शहर का नक्शा नहीं है. तो जाहिर सी बात है कि इस शहर के बारे में जानकारी लेने में हमें अधिक समय लगेगा. और यह भी हो सकता है कि कई दिन बीत जाने के बाद भी हम शहर के बारे में सही से ना समझ सकें.

अब माना हमारे पास शहर का एक पूरा नक्शा तैयार है तो नक़्शे की मदद से हम अपना काफी अधिक समय बचा सकते हैं और आसानी से शहर की पूरी जानकारी भी ले सकते हैं. साईटमैप भी यही होता है. इस उदाहरण को वेबसाइट से जोड़कर देखते हैं तो –

  • आप जिसे कि शहर की जानकारी लेनी है, सर्च इंजन के बोट्स हो.
  • शहर आपकी वेबसाइट है.
  • जो जानकारी आपने लेनी है वह आपके वेबसाइट की Information मतलब आपके पोस्ट और पेज हैं.
  • और जो नक्शा है वह आपके ब्लॉग का साईटमैप है.

जिस तरह नक़्शे के प्रयोग से आपको शहर के बारे में जानकारी प्राप्त करने में सुविधा मिली, उसी प्रकार साईटमैप के माध्यम से सर्च इंजन रोबोट्स को ब्लॉग को क्रॉल करने में सुविधा मिलती है. इसलिए ब्लॉग का साईटमैप बनाना बहुत जरुरी होता है.

साईटमैप के प्रकार (Types of Sitemap in Hindi)

Sitemap मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं.

1 – XML Sitemap 

xml Sitemap को सर्च इंजन बोट्स को ध्यान में रखकर बनाया जाता है. किसी भी सर्च इंजन के बोट्स जब वेबसाइट को क्रॉल करने आते हैं तो उनके पास वेबसाईट को क्रॉल करने का एक निश्चित समय और संसाधन होता है. जिसे कि Crawl Budget कहते हैं. 

अगर वेबसाइट का एक सही Structure नहीं होगा तो क्रॉलर को वेबसाइट क्रॉल करने में अधिक समय लगेगा. और वह वेबसाइट के सभी पोस्ट और पेज को क्रॉल नहीं कर पायेगा, जिससे वेबसाइट के सभी पेज Index नहीं हो पाएंगे. इसी समस्या से बचने के लिए xml Sitemap का प्रयोग किया जाता है.

xml Sitemap बनाने से हम क्रॉलर को एक लिंक दे देते है और उस लिंक में हमारे सभी पोस्ट और पेज होते हैं. जब क्रॉलर हमारी वेबसाइट पर आएगा तो उसे उस लिंक में हमारे सभी पेज और पोस्ट मिल जायेंगे और वह सभी वेबपेज को जल्दी क्रॉल कर लेगा, जिससे कि ब्लॉग पोस्ट Fast Index होंगे, और सर्च इंजन में जल्दी रैंक करेंगे.

2 – HTML Sitemap

HTML sitemap को ब्लॉग के पाठकों को ध्यान में रखकर बनाया जाता है. जैसे हम अपने ब्लॉग का navigation bar बनाते हैं तो किसी भी रीडर्स को ब्लॉग पढने में सुविधा होती है. उसे जिस प्रकार की पोस्ट पसंद है वह लिंक के माध्यम से उन पोस्ट तक पहुँच सकता है.

अगर वेबसाइट का navigation bar अच्छे तरीके से नहीं बना होगा और लिंक related post में redirect नहीं होते है तो Readers को ब्लॉग पढने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं होगी और वह जल्दी ही ब्लॉग से Exit कर लेगा जिससे ब्लॉग का Bounce Rate बढ़ जायेगा, जो गूगल या किसी भी सर्च इंजन के नजरिये से बिलकुल भी सही है.

इसलिए अपने Readers को एक अच्छा अनुभव देने के लिए वेबसाइट में HTML साईटमैप का इस्तेमाल किया जाता है.

XML Sitemap कैसे बनायें 

लेख को यहाँ तक पढने पर Sitemap Kya Hota Hai तो आप समझ गए होंगे अब जानते हैं ब्लॉग के लिए Sitemap कैसे बनायें.

  • अगर आपका ब्लॉग WordPress पर है तो यहाँ बहुत सारे SEO Plugin उपलब्ध हैं जो आपके ब्लॉग का साईटमैप बना देते हैं जैसे Yoast, Rank Math आदि. 
  • अगर आपकी वेबसाइट Blogger.com पर है तो आप गूगल में XML Sitemap Generator लिखकर सर्च करें. आपको यहाँ बहुत सारी वेबसाइट मिल जाती हैं जहाँ से आप अपने ब्लॉग के लिए XML Sitemap Generate कर सकते हैं. 
  • अगर आपको Blogger में Sitemap बनाने में कोई समस्या आ रही है तो आप हमारे इस लेख को पढ़ सकते हैं – Blogger में साईटमैप कैसे बनायें.

कुछ XML Sitemap Generate करने वाली वेबसाइट मैंने आपको Suggest की हैं – 

FAQ Section: Sitemap Kya Hota Hai

Q – SEO में साईटमैप क्या होते हैं?

SEO में साईटमैप किसी भी वेबसाइट का एक Structure होता है. जिसकी मदद से सर्च इंजन रोबोट्स को वेबसाइट की Crawling और Indexing करने में आसानी होती है. साथ में ही साईटमैप Search Engine Bots को यह भी बताते हैं कि वेबसाइट में कौन से पेज महत्वपूर्ण है और कौन से नहीं.

Q – क्या सभी वेबसाइट के लिए साईटमैप जरुरी होता है ?

साईटमैप सभी वेबसाइट के लिए जरुरी नहीं होता है. पर ऐसी वेबसाइट जिनमें बहुत सारा कंटेंट होता है उन वेबसाइट के लिए साईटमैप बहुत Important होता है. लेकिन ऐसी Website जिसमें कुछ ही पेज हैं या Single Page Website है उनके लिए Sitemap उतना जरुरी नहीं होता है.

Q – अपने ब्लॉग के साइटमैप का URL कैसे देखे?

अपने ब्लॉग का साईटमैप का URL आप इस लिंक से देख सकते हैं – https://example.com/sitemap.xml या https://example.com/sitemap_index.xml. Example.com में अपनी वेबसाइट का नाम डालें.

Q – ब्लागर में Atom और Sitemap में क्या फर्क है?

XML साइटमैप एक साइट के अन्दर URL के पूरे सेट को describe करते हैं, जबकि RSS/Atom फ़ीड वेबसाइट में हाल के परिवर्तनों को describe करते हैं.

Q – कौन सा साइटमैप ब्लॉगर ब्लॉग में उपयोग करना ठीक है Atom या XML Sitemap?

आप चाहें तो Atom और XML दोनों साईटमैप का इस्तेमाल कर सकते हैं. लेकिन अगर आप केवल एक ही साईटमैप का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आपको ब्लॉगर ब्लॉग में XML साईटमैप का उपयोग करना चाहिए क्योंकि इसमें आपके वेबसाइट के सभी URL होते हैं. जबकि Atom में Recent अपडेट आर्टिकल के URL होते हैं.

यह लेख भी पढ़ें –

आपने क्या सीखाSitemap in Hindi

अगर आसान शब्दों में कहें तो XML sitemap हम सर्च इंजन बोट्स के लिए बनाते है. और HTML sitemap हम ब्लॉग रीडर्स के लिए बनाते हैं. इस लेख को पढने के बाद आप लोग सीख गए होंगे कि Sitemap Kya Hota Hai और यह वेबसाइट के लिए क्यों जरुरी है. उम्मीद करते हैं आपको हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख पसंद आया होगा. अगर इस लेख से आपको कुछ सीखने को मिला है, तो आप लेख को अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर भी जरुर शेयर करें.

लेख को अंत तक पढने के लिए धन्यवाद||

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