दोस्तों अगर आप Blogger हैं या Blogging करना चाहते हैं तो कुछ टर्म ऐसे होते हैं जिनके बारे में आपको पता होना बेहद जरुरी होता है, उन्हीं में से एक है Subdomain, जिसके बारे में अधिकतर नए Blogger को ठीक से पता नहीं होता है. जिसके लिए वह इन्टरनेट पर खोजते रहते हैं.
आपकी इसी समस्या को दूर करने के लिए मैंने यह लेख लिखा है. आज के इस लेख के माध्यम से मैं आपको बताऊंगा कि Subdomain Kya Hai, सबडोमेन कैसे बनायें और सबडोमेन के फायदे क्या है. तो चलिए बिना समय गवांये शुरू करते हैं इस लेख को.
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सबडोमेन क्या है (What is Subdomain in Hindi)
Subdomain को अगर साधारण शब्दों में समझे तो यह हमारी Website के Main Domain Name से जुड़ा होता है, इसे हम Second Level Domain भी कहते हैं.
अगर आपने कभी Blogger.com पर अपनी वेबसाइट बनाई है तो शुरुवात में आपको blogspot.com नाम से एक सबडोमेन मिलता है. इसलिए आपके ब्लॉग या वेबसाइट का नाम Example.blogspot.com होता है. यहाँ blogspot.com मुख्य डोमेन नाम है और Example.blogspot.com सबडोमेन है.
सभी Hosting कंपनी सबडोमेन नाम की सुविधा प्रदान करवाती है, आप अपने होस्टिंग के cPanel से आसानी से सबडोमेन बना सकते हैं. लगभग सभी पोपुलर होस्टिंग कंपनी अपने Recommended Plan में Unlimited Subdomain Add की सुविधा देती है.
सबडोमेन का उदाहरण (Example of Subdomain in Hindi)
अगर आपको समझ में नहीं आया तो एक उदाहरण के द्वारा इसे समझते हैं –
माना आपकी वेबसाइट Example.com है जो कि हिंदी भाषा में है. अब आप एक नया Blog बनाना चाहते हैं जिसमें आप English Language में आर्टिकल पब्लिश करेंगे. पर आप नए ब्लॉग के लिए डोमेन नाम नहीं लेना चाहते हैं तो आप Example.com का बिल्कुल फ्री में एक सबडोमेन English.example.com बना सकते हैं. यही आपका सबडोमेन है.
इसी प्रकार आप कोई सर्विस देना चाहते हैं, प्रोडक्ट बेचना चाहते हैं, नयी केटेगरी से Related Post पब्लिश करना चाहते हैं या फिर फोरम वेबसाइट बनाना चाहते हैं, तो इन सबके लिए सबडोमेन बना सकते हैं.
- मुख्य डोमेन नाम – Example.com
- सब डोमेन – English.example.com, Service.example.com, Forum.example.com, Tech.example.com etc.
इस उदाहरण को ठीक से समझने के बाद आप लोग समझ गए होंगे कि Subdomain Kya Hai. Subdomain पर भी आपको उसी प्रकार से कार्य करना पड़ता है जिस प्रकार से आप अपने मुख्य डोमेन वाली वेबसाइट पर करते हैं, क्योंकि सबडोमेन में आप जो वेबसाइट बनायेंगे वह बिलकुल Fresh वेबसाइट होती है.
सबडोमेन के फायदे (Advantage of Subdomain in Hindi)
Subdomain बनाने के आपको बहुत सारे फायदे मिलते हैं जो निम्न प्रकार से हैं –
- अगर आपके Main Domain पर बनी वेबसाइट पहले से एक Brand है तो आप सबडोमेन पर जो वेबसाइट बनायेंगे उस पर भी यूजर का Trust रहेगा.
- आप बिना नया डोमेन लिए सबडोमेन से अपनी एक नयी Fresh वेबसाइट/ ब्लॉग बना सकते हैं. और किसी भी टॉपिक पर ब्लॉगिंग कर सकते हैं.
- आप सबडोमेन पर जो वेबसाइट Create करते हो उसका आपके मुख्य डोमेन पर बनी वेबसाइट से कोई Connection नहीं होता है, वह बिलकुल Separate होती है.
- अगर आपके मुख्य डोमेन में पहले से AdSense Approve है तो आपको अपने सबडोमेन में AdSense का Approval नहीं लेना पड़ेगा. आप सबडोमेन में AdSense Approval लिए बिना भी Ad Show करवा सकते हैं.
सबडोमेन के नुकसान (Disadvantage of Subdomain in Hindi)
सबडोमेन के फायदों के साथ – साथ कुछ नुकसान भी हैं जो कि निम्नलिखित हैं –
- चूँकि सबडोमेन पर बनी वेबसाइट एक Separate वेबसाइट होती है इसलिए आपको इस पर अपने मुख्य वेबसाइट की तरह ही काम करना होता है.
- मुख्य डोमेन से सबडोमेन में कोई Value Pass नहीं होती है, आपको सबडोमेन के लिए अगर से Backlink बनाने पड़ेंगे और Link Juice जमा करना पड़ेगा.
- यदि आपकी वेबसाइट Single Niche है तो सबडोमेन आपके लिए फायदेमंद नहीं है.
तो यह थे सबडोमेन के कुछ फायदे और नुकसान, चलिए अब जानते हैं कि Subdomain Kaise Banaye.
सबडोमेन कैसे बनायें (How to Create Subdomain in Hindi)
सबडोमेन को आप अपने होस्टिंग कंपनी के cPanel से बहुत आसानी से बना सकते हैं. सबडोमेन बनाने के आपको कोई भी अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ता है.
जब भी आप होस्टिंग खरीदें तो एक बार यह भी जरुर Check कर लें कि आपको कितने सबडोमेन मिल रहे हैं, क्योंकि भविष्य में आपको कितने सबडोमेन की जरुरत पड़ जाए कहा नहीं जा सकता है. अगर आपको सबडोमेन बनाने में कोई परेशानी आ रही है तो नीचे बताये गए सभी स्टेप को फॉलो करें.
Step 1 – सबसे पहले आप अपने होस्टिंग के cPanel में Login कर लीजिये.
Step 2 – इसके बाद आपको Domains में Subdomain वाले Folder पर क्लिक करना है.
Step 3 – अब आपके सामने नयी Window Open हो जायेगी जिसमें आपको निम्न Information भरनी होगी –
- जो subdomain आप बनाना चाहते हैं उसका नाम.
- जिस Main Domain पर आप सबडोमेन बनाना चाहते हैं उसका नाम.
यह Fill करके Create वाले बटन पर क्लिक करें.
Step 4 – अब आपका सबडोमेन नाम बनकर तैयार हो जाएगा और आप Subdomain पर एक नयी वेबसाइट बना सकते हो.
FAQ For Subdomain in Hindi
Q – क्या सबडोमेन पर एक नयी वेबसाइट बना सकते हैं?
जी हाँ, subdomain पर हम एक नयी वेबसाइट बना सकते हैं जो कि बिल्कुल Separate होती है . सबडोमेन पर बने वेबसाइट पर भी हमें अपने Main Domain पर बनी वेबसाइट की तरह ही काम करना होता है.
Q – क्या WWW एक सबडोमेन है?
जी हाँ www एक सबडोमेन है जो कि World Wide Web के लिए इस्तेमाल किया जाता है. WWW बहुत ही सामान्य सबडोमेन है. बहुत सारे Blogger इसे डोमेन समझ लेते हैं जो कि गलत है.
Q – एक डोमेन नाम से कितने सबडोमेन बना सकते हैं?
इसकी कोई Limit तो नहीं है, आप Hosting कंपनी के Plan में भी देखेंगे कि वे Unlimited Subdomain प्रदान करवाते हैं. लेकिन इसकी की एक सीमा होती है, आप अपने एक Domain में अधिकतम 500 सबडोमेन जोड़ सकते हैं.
Q – क्या ब्लॉगर पर भी सबडोमेन से नयी वेबसाइट बना सकते हैं?
जी बिल्कुल आप सबडोमेन को अपने Blogger पर भी Connect कर सकते हैं और एक नयी Website बना सकते हैं.
यह लेख भी पढ़ें –
- Google Question Hub क्या है
- Blogging Niche क्या है
- Blogger पर फ्री ब्लॉग कैसे बनायें
- Blog के लिए आर्टिकल कैसे लिखें
- Blog को Fast Index कैसे करें
- Vlog क्या है और Blog तथा Vlog में अंतर
- Google Alerts क्या है
आपने क्या सीखा: Subdomain Kya Hai
इस लेख के माध्यम से मैंने आपको बताया कि Subdomain Kya Hai, सबडोमेन के फायदे क्या है और आप कैसे सबडोमेन बना सकते हो. यह सारी जानकारी आपको इस लेख को पढने के बाद मिल गयी होगी. अगर आप भी बिना डोमेन नाम लिए अपनी एक नयी और Separate वेबसाइट बनाना चाहते हैं तो आप भी सबडोमेन का इस्तेमाल कर सकते हैं.
उम्मीद करते हैं आपको मेरे द्वारा लिखा गया यह लेख जरुर पसंद आया होगा, इस लेख को सोशल मीडिया पर भी जरुर शेयर करें और अन्य लोगों तक भी सही जानकरी पहुचाएं.
लेख को अंत तक पढने के लिए धन्यवाद||
Nice and relevant information. Keep the good write-up.
Richa
Thnkyou for your valuable Comment
Sir kya programming me bhi domain ko purchase Krna padata h or sir me bhi blogger banana chahta hu but har bar kha par na kha par atak jata hu
han sir domain name purchase karna padega
महोदय बहुमुल्य जानकारी देने के लिये धन्यवाद! यह बताने की कृपा करें कि क्या अपनी मेन डोमेन वाली साईट की पोस्ट को इंगलिस मे गूगल-ट्राँसलेट करके सबडोमेन वाली साईट पर कापी पेस्ट कर सकते है? क्या कुछ एडिट करने के बाद भी इसे डुप्लीकेट कनटेंट माना जायेगा?
जी हाँ आप अपनी हिंदी वेबसाइट के कंटेंट को ट्रांसलेट करके और उसे थोडा बहुत Edit करके अपनी Subdomain वाली वेबसाइट पर डाल सकते हैं, क्योंकि सबडोमेन आपके मुख्य डोमेन का ही एक भाग होता है और जो कंटेंट आप हिंदी से इंग्लिश में ट्रांसलेट करेंगे वह भी आपका ही होगा.
सबडोमेन से जुड़े हुए मेरे कुछ सवाल है कृपया उत्तर दीजिए।
1. मेन वेबसाइट और सबडोमेन में ट्रैफिक ऐडसेंस अकाउंट में एक साथ दिखती है या अलग अलग?
2. गूगल एनालिटिक्स पर सबडोमेन और मुख्य वेबसाइट के ट्रैफिक एवं आर्टिकल की जानकारी अलग अलग दिखती है या एक साथ?
3. Ezoic पर सब्डोमेन और मुख्य वेबसाइट की जानकारी (पेज व्हु एंड अर्निंग) एक साथ दिखती है या अलग अलग?
1 – गूगल एडसेंस में आप हर वेबसाइट का ट्रैफिक और कमाई अलग – अलग देख सकते हैं.
2 – Google Analytics में भी दोनों की जानकारी अलग – अलग दिखती है. आपको मुख्य वेबसाइट के लिए एक अलग Analytics बनाना होगा और सबडोमेन के लिए अलग.
3 – इसी प्रकार से Ezoic पर भी अलग – अलग देख सकते हैं.
आप एक बात को समझें कि Subdomain पर बनी वेबसाइट एक बिल्कुल Fresh और नयी वेबसाइट है जिसका आपकी मुख्य वेबसाइट से कोई लेना – देना नहीं है.