Podcast Kya Hai, Podcasting कैसे करें तथा इसके फायदे और नुकसान

हेलो दोस्तों, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग Hindi Tech DR के एक और नए ब्लॉग पोस्ट में जिसमें हम आपको Podcast के बारे में जानकारी देने वाले हैं. इस लेख में आपको जानने को मिलेगा कि Podcast Kya Hai? Podcast कितने प्रकार के होते हैं? पॉडकास्टिंग कैसे करें? और पॉडकास्ट करने के फायदे और नुकसान क्या है?

दुनिया के दुसरे देशों की तुलना में अभी भारत में पॉडकास्ट इतना प्रचलित नहीं है, लेकिन भारत में भी कई सारे क्रिएटर पॉडकास्ट के जरिये लोगों को Valuable जानकारी दे रहे है जिससे भारत में भी पॉडकास्ट धीरे – धीरे फेमस हो रहा है.

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इस आर्टिकल में हम आपको पॉडकास्ट के भविष्य के बारे में भी बतायेंगें जिससे कि आप यह Decision ले सकें कि आपको पॉडकास्टिंग करनी चाहिए या नहीं.

तो चलिए बिना इधर – उधर की बातें किये सीधे आते हैं अपने लेख की तरफ और जानते हैं पॉडकास्ट क्या होता है विस्तार से.

Table Of Contents
  1. पॉडकास्ट क्या है (What is Podcast in Hindi)
  2. पॉडकास्ट का इतिहास (History of Podcast in Hindi)
  3. पॉडकास्ट काम कैसे करता है?
  4. पॉडकास्ट के प्रकार (Types of Podcast in Hindi)
  5. पॉडकास्टिंग कैसे करें (How to Start Podcast in Hindi)
  6. अच्छा पॉडकास्ट कैसे बनायें?
  7. पॉडकास्ट के फायदे (Advantage of Podcast in Hindi)
  8. पॉडकास्ट के नुकसान (Disadvantage of Podcast in Hindi)
  9. पॉडकास्ट का भविष्य (Future of Podcast)
  10. FAQ: Podcast Kya Hai
  11. अंतिम शब्द, पॉडकास्ट क्या है

पॉडकास्ट क्या है (What is Podcast in Hindi)

पॉडकास्ट इन्टरनेट पर ऑडियो के फॉर्म में जानकारी प्रदान करने का एक माध्यम है, जिस प्रकार से इन्टरनेट पर टेक्स्ट कंटेंट को हम ब्लॉग कहते हैं उसी प्रकार से इन्टरनेट पर ऑडियो कंटेंट को पॉडकास्ट कहा जाता है. पॉडकास्ट को आप केवल सुन सकते हैं. पॉडकास्ट रक ऑडियो फाइल होती है.

पॉडकास्ट को आप रेडिओ की तरह समझ सकते हैं जिसे कि आप केवल सुन सकते हैं. लेकिन पॉडकास्ट को आप केवल इन्टरनेट पर ही सुन सकते हैं. आज के समय में पॉडकास्ट को सुनने के लिए अनेक सारे ऐप है, जैसे कि Anchor.fm, Google Podcast, Spotify आदि. आप इन्हें अपने मोबाइल में इनस्टॉल करके अपने Interest के अनुसार पॉडकास्ट सुन सकते हैं.

पॉडकास्ट का सबसे बढ़िया उदाहरण मन की बात है, जिसमें हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी अपने मन की बात भारत के लोगों के साथ शेयर करते हैं, जिसमें सिर्फ ऑडियो होता है. और इस पॉडकास्ट को लोगों तक पहुंचाने का माध्यम YouTube है.

पॉडकास्ट का मतलब (Podcast Meaning in Hindi)

Podcast दो शब्दों से मिलकर बना है POD और Broadcast. इसमें POD का मतलब है Personal on Demand जिसका हिंदी मतलब होता है व्यक्तिगत मांग पर और Broadcast का मतलब प्रसारित करना होता है. इस प्रकार से Podcast का मतलब हुआ कि व्यक्तिगत मांग पर प्रसारित करना, यानि कि यूजर अपनी डिमांड पर कंटेंट सुन सकते हैं.

पॉडकास्ट का इतिहास (History of Podcast in Hindi)

Podcast को वास्तव में साल 2004 में develop किया गया. पॉडकास्ट को विकसित करने का श्रेय Adam Curry और सॉफ्टवेयर डेवलपर Dave Winer को जाता है. उन्होंने iPodder नामक एक प्रोग्राम कोड किया जिसकी मदद से iPods में इन्टरनेट रेडिओ ब्रॉडकास्ट को डाउनलोड किया जा सकता था.

पॉडकास्ट बनाने के कुछ ही समय बाद बड़ी – बड़ी कंपनियों ने इसकी उपयोगिता को पहचाना और साल 2005 में Apple iTunes 4.9 रिलीज़ किया गया जो पॉडकास्ट को पूरी तरह से सपोर्ट करता था. इसी साल अमेरिका के उस समय के राष्ट्रपति George Bush पॉडकास्ट के रूप में अपना साप्ताहिक भाषण देने वाले पहले राष्ट्रपति बने.

इसके बाद धीरे – धीरे पॉडकास्ट लोगों के बीच में लोकप्रियता हासिल करता रहा और आज के समय में इन्टरनेट के बढ़ते उपयोग कर कारण पॉडकास्ट बहुत अधिक लोकप्रिय हो गया है. अधिकतर लोग व्यस्त दिनचर्या होने के कारण पॉडकास्ट सुनना पसंद करते हैं.

पॉडकास्ट काम कैसे करता है?

पॉडकास्ट इन्टरनेट की मदद से ऑडियो फॉर्म में कंटेंट प्रदान करने का एक माध्यम है. पॉडकास्टर को अपने पॉडकास्ट को अपलोड करने के लिए एक प्लेटफ़ॉर्म की जरुरत होती है जिसे कि पॉडकास्ट होस्टिंग कहते हैं. पॉडकास्ट होस्टिंग प्लेटफ़ॉर्म प्रत्येक पॉडकास्ट का एक वेब एड्रेस देते हैं जिसकी मदद से पॉडकास्ट को डाउनलोड किया जा सकता है.

श्रोता पॉडकास्ट सुनने वाले ऐप जैसे Google Podcast, Anchor, Spotify आदि की मदद से पॉडकास्ट सुन सकता है. श्रोता पॉडकास्ट को डाउनलोड कर सकते हैं या फिर RSS Feed को सब्सक्राइबर करके हर नए एपिसोड की अपडेट प्राप्त कर सकते हैं. पुराने समय के रेडियो के विपरीत पॉडकास्ट में समय की कोई पाबंदी नहीं होती है, श्रोता के पास जब भी समय है वह तभी पॉडकास्ट सुन सकता है.

पॉडकास्ट के प्रकार (Types of Podcast in Hindi)

पॉडकास्ट मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं, या हम कह सकते हैं कि पॉडकास्ट के 3 फॉर्मेट होते हैं जिनके अंतर्गत आप पॉडकास्ट रिकॉर्ड कर सकते हैं. ये रहे तीनों प्रकार के पॉडकास्ट –

  • Solo Podcast
  • Multi Host Podcast
  • Interview Podcast

चलिए अब इन तीनों के बारे में एक – एक कर समझते हैं.

#1 – Solo Podcast (एकल पॉडकास्ट)

जैसा कि इसके नाम से ही स्पष्ट हो रहा है कब कोई व्यक्ति अकेले पॉडकास्ट रिकॉर्ड करता है तो उसे Solo Podcast कहते हैं. Solo Podcasting में पॉडकास्टर लोगों को एक Niche की जानकारी देते हैं. इस प्रकार के पॉडकास्ट में सारा काम पॉडकास्टर को अकेले ही करना पड़ता है.

#2 – Multi Host Podcast (मल्टी होस्ट पॉडकास्ट)

जब दो या दो से अधिक लोग मिलकर पॉडकास्टिंग करते हैं उसे Multi Host Podcast कहा जाता है. मल्टी होस्ट पॉडकास्ट में आमतौर पर दो या दो से अधिक लोग मिलकर किसी विषय पर अपने Opinion देते हैं.

#3 – Interview Podcast (साक्षात्कार पॉडकास्ट)

Interview पॉडकास्ट में पॉडकास्टर अपनी Niche से जुड़े सफल लोगों के Interview अपने पॉडकास्ट में रिकॉर्ड करके अपलोड करते हैं. इंटरव्यू पॉडकास्ट में गेस्ट अपने करियर के सफ़र तथा जीवन से जुड़े रोचक किस्सों के बारे में श्रोताओं को बताते हैं. जैसे कि कोई पॉडकास्ट Blogging की जानकारी देता है तो वह Top Blogger के इंटरव्यू अपने पॉडकास्ट में रिकॉर्ड कर सकता है.

पॉडकास्टिंग कैसे करें (How to Start Podcast in Hindi)

जैसा कि अब तक आप समझ गए होंगें कि पॉडकास्ट में कंटेंट ऑडियो के फॉर्म में रहता है, इसलिए पॉडकास्ट शुरू करने के लिए आपकी कम्युनिकेशन स्किल अच्छी होनी चाहिए जिससे कि आप लोगों को अपनी बात अच्छे तरीके से समझा सको.

पॉडकास्टिंग के लिए आवश्यक हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की बात करें तो आपको निम्नलिखित चीजों की आवश्यकता होगी –

  • एक स्मार्टफोन या कंप्यूटर जिसमें इन्टरनेट कनेक्शन मौजूद हो.
  • पॉडकास्ट रिकॉर्ड करने के लिए एक बढ़िया माइक.
  • रिकॉर्डिंग और एडिटिंग सॉफ्टवेयर.
  • पॉडकास्ट होस्टिंग, जहाँ पर आप पॉडकास्ट को अपलोड करेंगें.

अगर आपके पास पॉडकास्टिंग के लिए आवश्यक हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर हैं और आपकी कम्युनिकेशन स्किल भी अच्छी है तो आप निम्नलिखित प्रोसेस को फॉलो करके पॉडकास्टिंग start कर सकते हैं.

#1 – पॉडकास्टिंग के लिए टॉपिक सेलेक्ट करें

इन्टरनेट पर जब भी आप कंटेंट पब्लिश करना चाहते हैं तो आपके पास एक टॉपिक होना चाहिए जिससे related कंटेंट आप आसानी से बना सके. आमतौर पर यह टॉपिक आपके Interest का हो सकता है या फिर जिस विषय में आपको अच्छा नॉलेज है उससे सम्बंधित.

पॉडकास्ट स्टार्ट करने से पहले आपको सही प्रकार से योजना बनानी होगी कि आप किस टॉपिक पर पॉडकास्ट बना सकते हैं. आप अपने नॉलेज और Interest के अनुसार किसी भी टॉपिक पर पॉडकास्ट बना सकते हैं, जैसे कि टेक्नोलॉजी, इन्वेस्टमेंट, पर्सनल फाइनेंस, स्वास्थ. मोटिवेशन, आत्म सुधार आदि.

आपने जो भी टॉपिक सेलेक्ट किया है उसमें सुनिश्चित कर लीजिये कि उस टॉपिक पर आप कम से कम 25 एपिसोड बना सकते हैं, नहीं तो ऐसा भी हो सकता है कि आपने पॉडकास्ट स्टार्ट तो कर लिया पर कुछ समय बाद आपको समझ नही आ रहा है कि क्या कंटेंट पब्लिश करूं. इसलिए पॉडकास्ट के लिए एक सही टॉपिक का चुनाव करना बेहद जरुरी है.

#2 – पॉडकास्ट का नाम Decide करें

पॉडकास्ट सुनने से पहले लोग पॉडकास्ट का टाइटल या नाम देखते हैं , तो स्वाभाविक रूप से यह एक महत्वपूर्ण निर्णय है कि आपके पॉडकास्ट का नाम क्या होना चाहिए. आपको पॉडकास्ट का नाम अपने पॉडकास्ट टॉपिक से मिलता जुलता रखना चाहिए जिससे कि टाइटल देखकर ही यूजर समझ जायें कि यह पॉडकास्ट किस विषय पर है.

जैसे Smart Passive Income एक पॉडकास्ट का नाम है, इससे स्पष्ट रूप से समझ में आ रहा है कि इस पॉडकास्ट में Passive income के तरीकों के बारे में जानने को मिलेगा. कई लोग पॉडकास्ट का टाइटल अपने नाम से रखते हैं, वे सभी अपने विषय में एक्सपर्ट होते हैं और लोग एक्सपर्ट लोगों से ही सुनना चाहते हैं.

अगर आप पॉडकास्ट की शुरुवात कर रहे हैं तो आपको कभी भी अपने नाम को टाइटल में नहीं लिखना चाहिए, हालाँकि बाद में जब आप Popular बन जायेंगें तो अपना नाम पॉडकास्ट के टाइटल में इस्तेमाल कर सकते हैं.

#3 – पॉडकास्ट डिस्क्रिप्शन लिखें

आपको अपने दर्शकों को शो का विवरण देने के लिए एक संक्षिप पैराग्राफ लिखना होगा, जिसमें आपको बताना होगा कि इस पॉडकास्ट के द्वारा उन्हें क्या जानने को मिलेगा. आपके शो के पेज में जाने के बाद डिस्क्रिप्शन पढ़कर यूजर यह निर्णय लेते हैं कि उन्हें पॉडकास्ट सुनना चाहिए या नहीं, इसलिए आपको डिस्क्रिप्शन के द्वारा लोगों को कुछ Value देनी होती है.

पॉडकास्ट डिस्क्रिप्शन में आप कीवर्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिससे कि यूजर सर्च करके आपके पॉडकास्ट तक पहुँच सके. लेकिन केवल कीवर्ड लिखने से काम नहीं चलेगा क्योंकि आप चाहते हैं कि लोग आपने पॉडकास्ट पर क्लिक करें उन्हें सुने तो इसके लिए आपको अपने दर्शकों की चाहतों, जरूरतों, सवालों, जिज्ञासाओं सभी को समझना होगा और उस हिसाब से अपना डिस्क्रिप्शन बनाना होगा.

#4 – कवर आर्ट बनायें

आपके पॉडकास्ट को कुछ आर्टवर्क की जरुरत भी होगी, एक इमेज जो आपके शो को represent करती है. हालांकि पॉडकास्ट एक सुनने का माध्यम है लेकिन इसमें कवर आर्ट की भूमिका भी बहुत महत्वपूर्ण होती है. पॉडकास्ट का कवर आर्ट यूजर का ध्यान आकर्षित करता है. आप Canva जैसे टूल का उपयोग करके स्वयं अपने पॉडकास्ट के लिए कवर आर्ट बना सकते हैं.

#5 – Intro और Outro में बढ़िया म्यूजिक डालिये

आप पॉडकास्ट के शुरुवात (Intro) और अंत (Outro) में 10 सेकंड का एक बढ़िया सा म्यूजिक add कर सकते हैं. इससे आपका पॉडकास्ट और अधिक आकर्षक बनेगा और पॉडकास्ट को एक अलग पहचान मिलेगी. जब आपका पॉडकास्ट Popular हो जायेगा तो लोग म्यूजिक से ही पता लगा सकते हैं कि यह पॉडकास्ट आपका है.

इन्टरनेट पर आपको ढेर सारी वेबसाइटें मिल जायेंगीं जहाँ से आप पॉडकास्ट के लिए कॉपीराइट फ्री म्यूजिक डाउनलोड कर सकते हैं. Shutterstock, Envato Elements ये कुछ ऐसी वेबसाइट हैं जहाँ पर आपको ढेर सारे कॉपीराइट फ्री और रोयल्टी फ्री म्यूजिक मिल जायेंगें.

#6 – पॉडकास्ट होस्टिंग सेलेक्ट करें

पॉडकास्ट होस्टिंग ऐसे प्लेटफ़ॉर्म होते हैं जहाँ पर आप अपने पॉडकास्ट को अपलोड कर सकते हैं. जब आप पॉडकास्ट को रिकॉर्ड कर लेते हैं तो उसके बाद उसे पब्लिश करने के लिए आपको एक प्लेटफ़ॉर्म यानि कि पॉडकास्ट होस्टिंग की जरुरत होती है.

जब आप पॉडकास्ट को होस्टिंग में अपलोड करते हैं तो वहाँ पर आपको एक URL भी मिल जाती है जिससे कि आप विभिन्न प्लेटफ़ॉर्म पर अपने पॉडकास्ट को शेयर कर सकते हैं. पॉडकास्ट को अपलोड करने के कुछ कुछ बेस्ट पॉडकास्ट होस्टिंग निम्नलिखित हैं –

  • Buzzsprout
  • Anchor.fm
  • Podbean
  • RSS.com
  • Pocket FM इत्यादि

इनके अतिरिक्त भी ढेर सारे पॉडकास्ट होस्टिंग प्लेटफ़ॉर्म उपलब्ध हैं, आप गूगल पर Best Podcast Hosting लिखकर सर्च करेंगें तो आपको ढेर सारे पॉडकास्ट होस्टिंग मिल जायेंगें.

तो दोस्तों इस प्रकार से आप पॉडकास्ट स्टार्ट कर सकते हैं.

अच्छा पॉडकास्ट कैसे बनायें?

एक अच्छा पॉडकास्ट बनाने के लिए आप निम्नलिखित बातों का ध्यान रख सकते हैं –

  • आपको एक अच्छे माइक में निवेश करना चाहिए, जिससे कि श्रोताओं को स्पष्ट रूप से आपकी बात सुनाई दे.
  • पॉडकास्ट रिकॉर्ड करने के लिए आप अच्छे recording और एडिटिंग सॉफ्टवेयर का चुनाव करें.
  • पॉडकास्ट को हमेशा शांत वातावरण में रिकॉर्ड करें.
  • पॉडकास्ट अपलोड करने के लिए अच्छी होस्टिंग सेलेक्ट करें.
  • जिस भी विषय में आप पॉडकास्ट बना रहे हैं पहले रिसर्च जरुर करें ताकि आप श्रोताओं को गलत इनफार्मेशन देने से बच सकें.

आर्टिकल को यहाँ तक पढने पर आप समझ गए होंगें कि Podcast Kya Hai और पॉडकास्टिंग कैसे करें, चलिए अब पॉडकास्ट के फायदे और नुकसानों के बारे में भी जान लेते हैं –

पॉडकास्ट के फायदे (Advantage of Podcast in Hindi)

पॉडकास्ट के अनेक सारे फायदे होते हैं, पॉडकास्ट के फायदे पॉडकास्टिंग करने वाले के साथ – साथ पॉडकास्ट को सुनने वाले को भी होते हैं. यहाँ हमने आपको दोनों के नजरिये से पॉडकास्ट के फायदों के बारे में आपको बताया है.

पॉडकास्ट करने के फायदे

  • पॉडकास्ट से आप अपने बिज़नस को एक ब्रांड में तबदील कर सकते हैं, क्योंकि यूजर कभी भी आपके पॉडकास्ट को सुन सकते हैं जैसे कि यात्रा करते समय, जिम में, जॉगिंग करते हुए.
  • पॉडकास्ट को आप अनेक प्रकार से मोनेटाइज करके पैसे कमा सकते हैं, जैसे मंथली सब्सक्रिप्शन,स्पॉन्सरशिप आदि.
  • पॉडकास्टिंग करना बहुत ही आसान है, बस आपके पास पॉडकास्ट के लिए जरुरी उपकरण और सॉफ्टवेयर होने चाहिए.
  • पॉडकास्ट का सेटअप बनाना कम खर्चीला है.
  • बड़ी संख्या में ऑडियंस को टारगेट कर सकते हैं.

पॉडकास्ट सुनने के फायदे

  • पॉडकास्ट को आप कभी भी कहीं भी सुन सकते हैं, इसमें समय की पाबंदी नहीं होती है.
  • पॉडकास्ट की मदद से आप अपने खाली समय में नॉलेज वाला कंटेंट Consume करके समय का सदुपयोग कर सकते हैं.
  • पॉडकास्ट में आपने मोबाइल की बैटरी और डेटा की बचत होती है.
  • आपको जिस भी टॉपिक में interest है उससे related पॉडकास्ट सुन सकते हैं.

पॉडकास्ट के नुकसान (Disadvantage of Podcast in Hindi)

पॉडकास्ट के फायदों के साथ – साथ इसके कुछ नुकसान भी होते हैं, जिनके बारे में हमने आपको नीचे बताया है –

  • पॉडकास्ट को सुनने के लिए आपको इन्टरनेट की जरुरत होती है.
  • यदि आपकी ऑडियंस इन्टरनेट का इस्तेमाल नहीं करती है तो पॉडकास्ट आपके लिए एक अच्छा विकल्प नहीं है.
  • डिजिटल कंटेंट में अपने कंटेंट को कॉपी होने से बचाना एक मुश्किल चुनौती है. चूँकि पॉडकास्ट भी एक डिजिटल कंटेंट है तो ऐसे में कई सारे अन्य लोग आपके कंटेंट को कॉपी करके या मॉडिफाई करके अपलोड कर सकते हैं.

पॉडकास्ट का भविष्य (Future of Podcast)

Podcast Kya Hai को समझ लेने के बाद अब हम यह भी समझ लेते हैं कि आखिर पॉडकास्ट का भविष्य कैसा रहेगा. जैसा कि आपने अभी तक सीखा कि पॉडकास्ट एक ऑडियो फाइल होती है जिसकी मदद से पॉडकास्टर informational और एजुकेशन कंटेंट श्रोताओं को प्रोवाइड करवाते हैं.

इन्टरनेट पर कंटेंट Consume करने के अनेक माध्यम है जैसे कि ब्लॉग, विडियो कंटेंट. लेकिन ये ऐसे कंटेंट है जिन्हें यूजर हर वक्त Consume नहीं कर सकता है. यूजर ब्लॉग को जिम, जॉगिंग, घरेलु काम, यात्रा आदि कार्यों को करते हुए नहीं पढ़ सकता है और वहीँ दूसरी ओर इन्हीं कार्यों को करते हुए वह YouTube पर विडियो भी नहीं देख सकता है.

आज की हमारी लाइफ इतनी बिजी हो गयी है कि ब्लॉग पढने और विडियो देखने के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पाता है. लेकिन हर कोई अपनी जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए अच्छा कंटेंट Consume करना चाहता है. पॉडकास्ट यूजर की इन्हीं आवश्यकताओं को पूरा करता है.

चाहे आप गाडी में हो, जिम में कसरत कर रहे हैं, घर के काम कर रहे हैं, मार्केट में घूम रहे हैं हर प्रकार के काम करने के साथ आप पॉडकास्ट को सुन सकते हैं. इसलिए पॉडकास्ट की मांग बढती जा रही है, लोग ऑडियो कंटेंट को Consume करना अधिक पसंद करते हैं ताकि वह अपने समय का सदुपयोग कर पायें.

इन सब बातों को देखते हुए हम कह सकते हैं कि पॉडकास्ट का भविष्य भारत में बहुत सुनहरा होने वाला है.

FAQ: Podcast Kya Hai

Q – पॉडकास्ट किस टॉपिक पर बनायें?

पॉडकास्ट बनाने के लिए आपको ढेर सारे टॉपिक मिल जायेंगें जैसे कि मोटिवेशन, health, टेक, इन्वेस्टमेंट आदि. लेकिन आपको हमेशा ऐसे ही टॉपिक पर पॉडकास्ट बनाना चाहिए जिसकी आपको अच्छी नॉलेज है और जिस टॉपिक के बारे में आप लोगों को सिखा सकते हैं.

Q – पॉडकास्ट शुरू करने में कितना खर्चा आता है?

यदि आपके पास पहले से ही एक कंप्यूटर या लैपटॉप है तो आप मात्र 15 हजार या इससे भी कम में पॉडकास्ट शुरू कर सकते हैं. पॉडकास्ट शुरू करने के लिए आपको माइक, होस्टिंग तथा recording और एडिटिंग सॉफ्टवेयर की जरुरत होगी.

Q – पॉडकास्ट की शुरुवात कब हुई?

पॉडकास्ट की शुरुवात साल 2004 से हुई.

Q – पॉडकास्ट कैसे सुनें?

पॉडकास्ट सुनने के लिए आप Google Podcast, Anchor, Softify, Apple Podcasts आदि ऐप को अपने डिवाइस में डाउनलोड करके पॉडकास्ट सुन सकते हैं.

यह लेख भी पढ़ें –

अंतिम शब्द, पॉडकास्ट क्या है

तो दोस्तों यह रही Podcast Kya Hai की पूरी जानकारी, हमने इस आर्टिकल में कोशिस की है कि आपको पॉडकास्ट से related हर एक जानकारी प्रदान करवा सकें ताकि आपके मन में पॉडकास्ट से सम्बंधित कोई भी प्रश्न शेष ना रहें.

यदि इस लेख को पढने के बाद भी आपके पास पॉडकास्ट से related कोई सवाल हैं तो हमें कमेंट बॉक्स में जरुर बतायें, हम जल्दी ही आपके सवालों का जवाब देने कि कोशिस करेंगें.

अनर में आपसे निवेदन करेंगें कि अगर यह लेख आपके लिए Valuable रहा तो इसे सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें और पॉडकास्ट के बारे में सही इनफार्मेशन प्रदान करने में उनकी मदद करें.

लेख को अंत तक पढने के लिए धन्यवाद||

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